सिद्ध नारी पीरियड कल्पचुर्ण-पीरियड को जल्दी लाने, बंद होने पर, कष्ट पूर्ण होने पर, शरीर कष्ट होने पर और अनिमियत पीरियड में कारगर और 100% लाभदायक।
पीरियड को जल्दी लाने, बंद होने पर, कष्ट पूर्ण होने पर, शरीर कष्ट होने पर और अनिमियत पीरियड में कारगर और 100% लाभदायक।
गिलोय चूर्ण 10 ग्राम
आंवला चूर्ण 10 ग्राम
छोटी हरड़ 10 ग्राम
तुलसी पाचांग-10 ग्राम
चरायता चूर्ण 10 ग्राम
तिल काले 10 ग्राम
अलसी 10 ग्राम
अजमायण-10 ग्राम
मलॅठी-10 ग्राम
सौंठ-20 ग्राम
काली मिर्च -10 ग्राम
सभी चुर्ण को 50 ग्राम एलोवेरा रस में भावना दे।चुर्ण बना कर दिन में 3 या 4 बार गर्म दूध से सेवन करे।
★फायदे★
★इसका कोई साइड इफेक्ट्स नही है★
★ 3 दिन में पीरियड आ जाता है
★अगर पीरियड बंद हो गए हो 21 दिन दवा ले।
★पीरियड जल्दी आएगा।
★पीरियड में दर्द नही होगा।
★कमजोरी और सुस्ती नही पड़ेगी।
★अगर गर्भ ठहर गया है तो पुरियड बिन दर्द के आएगा।
★पीरियड दौरान गुसा नही आएगा
★खून की कमी ठीक होगी।
नोटः
अगर यह समान आप को न मिले तो ऑनलाइन मंगवा सकते हैं। यह दवा कभी खराब नही होती ।
अगर यह समान आप को न मिले तो ऑनलाइन मंगवा सकते हैं। यह दवा कभी खराब नही होती ।
आप कभी ले सकते है
Whats 94178 62263
★★★★★
पीरियड्स जल्दी लाने के
लिए अयूर्वादिक उपाय क्या हैं ?
★★★★
लिए अयूर्वादिक उपाय क्या हैं ?
★★★★
★गिलोय काढ़ा साथ जरूर ले★
★कैसे बनाए काढ़ा★
★ गिलोय हरी 100 ग्राम
★छोटी हरड़ 4 पीस
★किसमिश 10 पीस
★छुहारे 5 पीस
★तुलसी पत्ते 50 पीस
★पपीता पत्ता 1पीस
★शहद 5 चम्मच
★छोटी हरड़ 4 पीस
★किसमिश 10 पीस
★छुहारे 5 पीस
★तुलसी पत्ते 50 पीस
★पपीता पत्ता 1पीस
★शहद 5 चम्मच
सभी सामग्री को तब तक उबाले जब तक आधा न रह जाए।
3 ग्लास बाकी बचा काढ़ा ठण्डा होने पर
1 ग्लास सुबह
1 दुपहरी
1 शाम को ले।
1 ग्लास सुबह
1 दुपहरी
1 शाम को ले।
यह क्रिया 3 दिन लगातार करे।
पीरियड 3 दिन पका आ जाएगा
पीरियड 3 दिन पका आ जाएगा
मासिक धर्म के रुक जाने का कारण
शरीर में बहुत ज्यादा आलस्य, खून की कमी, मैथुन दोष, माहवारी के समय ठंडी चीजों का सेवन, ठंड लग जाना, पानी में देर तक भीगना, व्यर्थ में इधर-उधर भ्रमण करना, शोक, क्रोध, दुःख, मानसिक उद्वेग, तथा मासिक धर्म के समय खाने-पीने में असावधानी – इन सभी कारणों से मासिक धर्म रुक जाता है या समय से नहीं होता|
मासिक धर्म के रुक जाने की पहचान
गर्भाशय के हिस्से में दर्द, भूख न लगना, वमन, कब्ज, स्तनों में दर्द, दूध कम निकलना, दिल धड़कना, सांस लेने में तकलीफ, कान में तरफ-तरह की आवाजें सुनाई पड़ना, नींद न आना, दस्त लगना, पेट में दर्द, शरीर में जगह-जगह सूजन, मानसिक तनाव, हाथ, पैर व कमर में दर्द, स्वरभंग, थकावट, शरीर में दर्द आदि मासिक धर्म रुकने के लक्षण हैं|
हम आप की सेवा में है
किसी भी शरीरक स्मयसा के लिए
निशुल्क सिद्घ अयूर्वादिक सलाह ले
What s करें 94178 62263
किसी भी शरीरक स्मयसा के लिए
निशुल्क सिद्घ अयूर्वादिक सलाह ले
What s करें 94178 62263
Comments
Post a Comment